ड्रोन दीदी योजना: सरकार दे रही फ्री प्रशिक्षण के साथ 8 लाख रुपये की सब्सिडी

भारत सरकार ने ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए “ड्रोन दीदी योजना” की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपनी आय को बढ़ा सकें। योजना का उद्देश्य महिलाओं को तकनीकी रूप से दक्ष बनाना और कृषि कार्यों में ड्रोन का उपयोग करना सिखाना है। इसके तहत सरकार महिलाओं को ड्रोन खरीदने के लिए सब्सिडी और प्रशिक्षण भी प्रदान कर रही है।

ड्रोन दीदी योजना का उद्देश्य और लाभ

ड्रोन दीदी योजना का मुख्य उद्देश्य देश की महिलाओं को सशक्त बनाना है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां तकनीकी साधनों की पहुंच कम है। इस योजना के तहत महिलाओं को 8 लाख रुपये की सब्सिडी दी जाएगी, जिससे वे ड्रोन खरीद सकें। इसके साथ ही उन्हें ड्रोन चलाने की फ्री ट्रेनिंग भी प्रदान की जाएगी। इससे वे ड्रोन के माध्यम से फसलों की निगरानी, बीज बोने और उर्वरक छिड़कने जैसे कार्य कर सकेंगी।

सरकार की योजना है कि इस पहल के माध्यम से 14,500 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को जोड़ा जाए, जिनमें से इस साल 3,000 ड्रोन वितरित किए जाएंगे। महिलाओं को इन ड्रोनों का उपयोग कृषि कार्यों के लिए करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से किसानों को भी लाभ होगा, क्योंकि ड्रोन के माध्यम से कृषि कार्य अधिक कुशलता से हो सकेंगे।

प्रशिक्षण और सब्सिडी

ड्रोन दीदी योजना का उद्देश्य महिलाओं को ड्रोन तकनीक के जरिए कृषि में योगदान देने का है। इसके तहत महिलाओं को 8 लाख रुपये की सब्सिडी और 2 लाख रुपये तक का बैंक लोन दिया जाएगा, ताकि वे आसानी से ड्रोन खरीद सकें। इस योजना से न केवल महिलाएं सशक्त होंगी, बल्कि वे किसानों को भी आधुनिक तरीकों से मदद कर सकेंगी, जैसे कि कीटनाशक छिड़काव, बीज बुवाई और उर्वरक वितरण में ड्रोन का उपयोग।

इस योजना के तहत महिलाओं को 15 दिन का विशेष प्रशिक्षण मिलेगा, जिसमें ड्रोन उड़ाने, डेटा विश्लेषण और रखरखाव की जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षित महिलाएं ड्रोन दीदी बनेंगी और उन्हें इसके लिए प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। इसके अलावा, महिलाओं को ड्रोन किट भी प्रदान की जाएगी, जिसमें एक ड्रोन बॉक्स, अतिरिक्त बैटरी और चार्जिंग हब शामिल होगा।

महिलाओं के लिए आय के अवसर

प्रशिक्षित महिलाएं ड्रोन का उपयोग करके किसानों की सेवा कर सकती हैं और इसके बदले में प्रति घंटे 15,000 रुपये तक की आय अर्जित कर सकती हैं। यह महिलाओं के लिए एक आर्थिक सशक्तिकरण का अवसर है, जिससे वे अपने परिवार का आर्थिक सहयोग कर सकती हैं।

पात्रता और आवेदन प्रक्रिया

इस योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को कुछ आवश्यक शर्तों को पूरा करना होगा:

  • 18 से 37 साल के बीच महिलाएं इस योजना का लाभ ले सकती हैं।
  • वह स्वयं सहायता समूह की सदस्य हो।
  • महिला कृषि गतिविधियों में शामिल हो।

आवेदन के लिए महिलाओं को आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, पैन कार्ड और स्वयं सहायता समूह का पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा। योजना के तहत चयनित महिलाएं कृषि क्षेत्र में एक नई पहचान बना सकेंगी।

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